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कांग्रेस की हार पर अब बोले  चिदंबरम अधीर रंजन ने कहा जिसे जहा जाना है जाए 

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव और विभिन्न विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. कपिल सिब्बल के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भी सवाल उठाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि जमीन पर पार्टी का कोई संगठन मौजूद ही नहीं है.पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, ‘मैं गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में हुए उपचुनावों के नतीजों से अधिक चिंतित हूं. ये नतीजे दिखाते हैं कि या तो पार्टी की जमीन पर कोई संगठनात्मक तौर पर कोई मौजूदगी नहीं है या फिर काफी हद तक कमजोर हो गई है.’चिदंबरम ने कहा, ‘बिहार में कांग्रेस और राजद के पास जीतने का मौका था. जीत के करीब होने के बावजूद हम क्यों हार गए, कुछ तो है जिसकी समीक्षा किए जाने की जरूरत है. याद है, ज्यादा दिन नहीं हुए जब राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जीत दर्ज की थी.’वहीं, तारिक अनवर, अशोक गहलोत और सलमान खुर्शीद जैसे वरिष्ठ नेताओं के बाद कपिल सिब्बल की आलोचना करने वालों में वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हो गए हैं.वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कपिल सिब्बल की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि पार्टी के कामकाज से जो नाखुश हैं वह सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी करने के बजाय कहीं भी जाने को स्वतंत्र हैं. चौधरी ने ‘एसी कमरे से उपदेश’ देने के लिए सिब्बल पर कटाक्ष किया और कहा कि नाराज सदस्य चाहें तो दूसरी पार्टी में शामिल हो सकते हैं या अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं.लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने सवाल किया कि बिहार चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए सिब्बल ने प्रचार क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘बिना कुछ किए बोलते रहना आत्मविश्लेषण नहीं है.’कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य चौधरी ने कहा, ‘सार्वजनिक तौर पर पार्टी की फजीहत कराने के बजाय सिब्बल पार्टी के भीतर मुद्दा उठा सकते थे. वह वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी के शीर्ष नेताओं तक उनकी पहुंच है.’चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘पार्टी के कामकाज से जो लोग खुश नहीं हैं और अगर उन्हें लगता है कि कांग्रेस उनके लिए उपयुक्त स्थान नहीं है तो वो अपनी नयी पार्टी बना सकते हैं या अपनी मर्जी से किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.’